Indicators on shiv chalisa lyricsl You Should Know
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मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
Shiv Chalisa is actually a “forty verse” prayer which praises the Lord and asks for his assist in eliminating hardships and obstacles in devotee’s daily life.
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी॥
बाम अंग सोहत छवि न्यारी ॥ कर त्रिशूल सोहत छवि भारी ।
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
कहे अयोध्या आस Shiv chaisa तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
ॠनियां जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत shiv chalisa lyricsl सदा शत्रुन क्षयकारी॥
पाठ करने से पहले गाय के घी का दिया Shiv chaisa जलाएं और एक कलश में शुद्ध जल भरकर रखें।
संकट में पूछत नहिं कोई ॥ स्वामी एक है आस तुम्हारी ।
शिव भजन